शुक्रवार, 13 अक्तूबर 2023

नौ दिन नवरात्रों के होते हैं पावन औ' वरदानी (माता भजन)


 









देवों ने भी स्वीकारा, है वेद-पुराणों की बानी,

नौ दिन नवरात्रों के होते हैं पावन औ' वरदानी।


मातु शैलपुत्री पहले दिन दृढ़ता का वर देती हैं,

दूजे दिन माँ ब्रह्मचारिणी संयम से भर देती हैं।

दिवस तीसरे देवी चंद्रघंटा का पूजन होता है,

भक्तों के मन में जो अनुपम बीज शांति के बोता है।


माँ की महिमा से मिलता है प्यासी आत्मा को पानी,

नौ दिन नवरात्रों के होते हैं पावन औ' वरदानी।


चौथे दिन माँ कूष्मांडा हर लेतीं रोग-शोक तन का,

पाँचवें दिन स्कंदमाता वर देतीं इच्छित जीवन का।

छठे दिवस माँ कात्यायनी का पूजन मंगलदायी है,

युगों-युगों से माता भक्तों के दुख हरती आयी है।


नहीं कहीं मिलता कोई ममता में माता का सानी,

नौ दिन नवरात्रों के होते हैं पावन औ' वरदानी।


सातवें दिन माँ कालरात्रि शुभ फल देने आती हैं,

आठवें दिन महागौरी भक्तों की किस्मत चमकाती हैं।

नवरात्रे का नौंवा दिन माँ सिद्धिदात्री का होता है,

मातु सिद्धियाँ देतीं सारी, मंगल-मंगल होता है।


माता को नित भजनेवाले कहलाये जग में ज्ञानी,

नौ दिन नवरात्रों के होते हैं पावन औ' वरदानी।

शनिवार, 24 जून 2023

कुछ मिले ऐसा... (गीत)

 भावना के ढेर को ताड़े हृदय

कुछ मिले ऐसा कि रचनाकर्म हो! 


बंद दरवाजे खुलें आनंद के

बोल गूँजें गीत, कविता, छंद के

ताक में चिंतन, कहीं कुछ मर्म हो! 


कामनाएँ जो तनिक सुलझी हुईं

मौन के व्यापार में उलझी हुईं

रक्त उनका भी तनिक अब गर्म हो! 


नैन दर्शक रह लिए लंबे समय

अब पुनः साक्षी बनें, करते विनय

दृष्टि का सार्थक धरा पर धर्म हो! 

बुधवार, 15 फ़रवरी 2023

ज्योतिषी जादूगर नहीं, परामर्शदाता है

 

ज्योतिष चाहे वैदिक ज्योतिष हो, हस्तरेखा, अंक ज्योतिष या कोई अन्य प्रकार, इन सबमें आम से लेकर खास लोगों तक की एक विशेष अभिरुचि रहती है। कोई लग्न कुंडली के माध्यम से अपनी समस्याओं का हल खोजता है, कोई अंकों में छिपी अपनी किस्मत से मिलना चाहता है तो कोई हस्तरेखाओं में अपने भाग्य को देखने में लगा रहता है। समाज का एक वर्ग ऐसा भी है जो कि ज्योतिष पर भरोसा नहीं करने का दावा करता है। इस आलेख में हम ये जानने की कोशिश करेंगे कि आखिर ज्योतिषी कौन है, और उससे क्या लाभ-हानि है?

मित्र है ज्योतिषी


जी हाँ, एक जानकार, अनुभवी ज्योतिषी आपका सच्चा मित्र और पथप्रदर्शक हो सकता है। मित्र, मैं इसलिए कह रहा हूँ क्योंकि मित्र का काम अपने मित्र को दुविधाओं से निकाल के सही रास्ते पर डालना है और एक ज्योतिषी अपने यजमान अथवा क्लाइंट के लिए यही कार्य करता है। ज्योतिषी एक विद्यार्थी को उसके ग्रहों के अनुकूल पढ़ाई चुनने में सहायता कर सकता है, किसी एकल व्यक्ति को उसके अंकों के लिए सहज रिश्ते का चयन करने में मदद दे सकता है, किसी बुजुर्ग को उसके स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों को कम करने का ढंग बता सकता है।