सभी मित्रों को सप्रेम नमस्कार
छंद सीखना बहुत से लोगों की इच्छा होती है और ऐसे में जो अध्याय सबसे पहले मिलता है, वह है मात्रा गणना। दोस्तों, मात्रा गणना बहुत सरल है। परस्पर सीखने-सिखाने के इस ब्लॉग पर मेरा प्रयास यही रहेगा कि यथासंभव जितनी मुझे जानकारी है, उसके अनुसार आपको कम से कम शब्दों में अधिक से अधिक बिंदुओं को चर्चा हेतु दिखला सकूँ। आइए देखते हैं -
किसी भी वर्ण के उच्चारण में जो समय लगता है, उसे मात्रा कहते हैं। हिन्दी छंद लेखन में मात्राएँ दो प्रकार की मानी जाती हैं
(१) लघु
(२) गुरु
गुरु मात्रिक वर्ण के उच्चारण में लघु मात्रिक वर्ण की तुलना में दुगुना समय लगता है। अब यहाँ प्रश्न ये उठता है कि इन मात्राओं को पहचानें कैसे? तो साथियों, ये बहुत ही आसान है। मात्राएँ स्वरों के अनुसार निर्धारित होती हैं।
अ, इ, उ, ऋ - ये सभी स्वर और इनसे युक्त व्यंजन, लघु मात्रिक होते हैं, जैसे क, ख, च, छ आदि
आ, ई, ऊ, ए,ऐ,ओ,औ - ये सारे स्वर और इनसे युक्त व्यंजन गुरु मात्रिक होते हैं, जैसे का, मा, पी, लौ आदि
इसके अलावा चन्द्रबिन्दु युक्त वर्ण भी लघु मात्रिक होता है, जैसे हँस का हँ लघु है
अनुस्वार युक्त वर्ण गुरु मात्रिक माने जाते हैं, जैसे हंस का हं गुरु है
विसर्ग युक्त वर्ण भी गुरु होता है, जैसे अतः का तः गुरु है
अब एक बात और ध्यान में रख लें कि संयुक्ताक्षर आने की स्थिति में आधा वर्ण महत्वपूर्ण हो जाता है। जैसे
गुप्त
यहाँ प्त का आधा प अपने पूर्ववर्ती गु जो कि लघु है, पर चढ़ कर उसको गुरु मात्रिक बना देगा। अतः गुप्त का मात्राभार हुआ २१
वहीं अगर वही पूर्ववर्ती वर्ण पहले से गुरु हो तो उसपर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। जैसे
आस्था
यहाँ स्था का आधा स अपने पूर्ववर्ती आ पर कोई असर नहीं डालेगा। इसलिए आस्था का मात्राभार हुआ २२
इसी प्रकार से अगर संयुक्त वर्ण आरंभ में हो तो उसको गिनती में नहीं लिया जाता है, जैसे
स्थान
यहाँ स्था के आधे स को नहीं गिना जाएगा और चूँकि स्था का था गुरु है अतः मात्राभार हुआ स्थान का २१
अब आपलोग स्वयं किसी भी शब्द का मात्राभार सरलता से बता देंगे। कुछ उदाहरण निम्नलिखित हैं -
कमल - १११
शरण - १११
आचार - २२१
व्यंग्य - २१
उत्साह - २२१
शत्रु - २१
मात्रा गणना का वीडियो ट्यूटोरियल देखने के लिए यह वीडियो देखें -
इसी तरह से अभ्यास करते जाने पर आपका आत्मविश्वास स्वयं बढ़ता जाएगा। कोई सुझाव अथवा प्रश्न हों तो कमेंट बॉक्स में आपका स्वागत है।
धन्यवाद
जय माँ हाटेश्वरी
जवाब देंहटाएंआपका हार्दिक आभार कुलदीप भाई
अवश्य मेरी उपस्थिति रहेगी
सुन्दर जानकारी
जवाब देंहटाएंसादर आभार आदरणीय
हटाएंरोचक जानकारी
जवाब देंहटाएंसादर आभार आदरणीय
हटाएंबहुत ही सुंदर जानकारी ।
जवाब देंहटाएंसादर
आपका हार्दिक आभार मैम
हटाएंबढ़िया जानकारी
जवाब देंहटाएंआपका हार्दिक आभार जी
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