बुधवार, 15 फ़रवरी 2023

ज्योतिषी जादूगर नहीं, परामर्शदाता है

 

ज्योतिष चाहे वैदिक ज्योतिष हो, हस्तरेखा, अंक ज्योतिष या कोई अन्य प्रकार, इन सबमें आम से लेकर खास लोगों तक की एक विशेष अभिरुचि रहती है। कोई लग्न कुंडली के माध्यम से अपनी समस्याओं का हल खोजता है, कोई अंकों में छिपी अपनी किस्मत से मिलना चाहता है तो कोई हस्तरेखाओं में अपने भाग्य को देखने में लगा रहता है। समाज का एक वर्ग ऐसा भी है जो कि ज्योतिष पर भरोसा नहीं करने का दावा करता है। इस आलेख में हम ये जानने की कोशिश करेंगे कि आखिर ज्योतिषी कौन है, और उससे क्या लाभ-हानि है?

मित्र है ज्योतिषी


जी हाँ, एक जानकार, अनुभवी ज्योतिषी आपका सच्चा मित्र और पथप्रदर्शक हो सकता है। मित्र, मैं इसलिए कह रहा हूँ क्योंकि मित्र का काम अपने मित्र को दुविधाओं से निकाल के सही रास्ते पर डालना है और एक ज्योतिषी अपने यजमान अथवा क्लाइंट के लिए यही कार्य करता है। ज्योतिषी एक विद्यार्थी को उसके ग्रहों के अनुकूल पढ़ाई चुनने में सहायता कर सकता है, किसी एकल व्यक्ति को उसके अंकों के लिए सहज रिश्ते का चयन करने में मदद दे सकता है, किसी बुजुर्ग को उसके स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों को कम करने का ढंग बता सकता है।


कहाँ होती है गलती?


ज्योतिष या ज्योतिषी के प्रति जो कुछ गलत धारणाएँ रखनेवाला एक वर्ग समाज में है, उसके पीछे थोड़ा-थोड़ा हाथ कुछ आम जनमानस और ज्योतिष विद्या से जुड़े कुछ लोग, दोनों का होता है। आम जनमानस के वैसे लोग दोषी हैं जो कि ज्योतिषी के पास यह सोचकर जाते हैं कि वहाँ जाते ही उनको मनचाहा वरदान प्राप्त हो जाएगा! जो चाहेंगे, वही मिल जाएगा! नौकरी, पैसा, मनचाही लड़की सबकुछ पलक झपकते ज्योतिषी उनको दिला देगा! जबकि ये अपेक्षा सरासर गलत है।


आप ज्योतिषी से ऐसी अपेक्षाएँ रखने से पहले ज्योतिष क्या है, वो समझिए। जिस प्रकार आम बोलचाल में हम कहते हैं कि हर किसी को उसके व्यक्तित्व के अनुसार काम चुनना चाहिए, जैसे कोई अगर काफी गंभीर और शांत स्वभाव का है तो वैसे व्यक्ति को कॉमेडी सेक्टर में अपना भविष्य तलाशने उतर जाना बिल्कुल मूर्खता ही तो कही जाएगी! ठीक इसी प्रकार ज्योतिष विधा में हर व्यक्ति विशेष का उसकी कुंडली में उपस्थित ग्रहों के अनुसार व्यक्तित्व देखा जाता है और उसे उसी हिसाब से जीवन के अलग-अलग क्षेत्रों में कर्म करने की सलाह दी जाती है। व्यक्ति अगर अपने ग्रहों के अनुकूल क्षेत्र में कर्म करेगा तो उसको सफलता भी जल्दी मिलेगी। ये होता है ज्योतिष का सही अर्थ। न कि आप ज्योतिषी के पास गये, उसने कोई मंत्र, रत्न इत्यादि आपको बता दिया और आपकी हर डिमांड झटाझट पूरी होने लगेगी!


हाँ, अब यहाँ पर ये कह देना भी जरूरी है कि आम जनमानस में ज्योतिषी की ऐसी जादूगर वाली छवि बनाने में कुछ ज्योतिषियों का भी हाथ अवश्य रहा है। वैसे कुछ ज्योतिषी, अपना धंधा चमकाने के लिए अनावश्यक दावे, प्रलोभन लोगों को देकर उन्हें भ्रमित करते हैं। जब बाद में अमुक व्यक्ति को उसकी इच्छित वस्तु खूब उपाय करने के बाद भी नहीं मिलती है तो वह हताश, निराश होकर ज्योतिषी और उसके साथ-साथ ज्योतिष विद्या को भी अपनी आलोचनाओंके लपेटे में ले लेता है। 


ध्यान रखें -


  • ज्योतिष विद्या कभी किसी को हाथ पर हाथ रखकर बैठ जाने और चमत्कार करने का दावा नहीं करती है।
  • कोई भी सच्चा ज्योतिषी किसी से यह नहीं कहता है कि आप सोते रहो, हम आपकी नौकरी मंत्र पढ़कर लगवा देंगे।
  • अगर आपके सामने चौराहा है तो उसमें से किस रास्ते पर जाना आपके ग्रहों के हिसाब से अनुकूल है, यही बताने का काम है ज्योतिष।
  • ज्योतिषी केवल रास्ता बताएगा, उसपर चलना और कर्म करना, दोनों आपका काम है।
  • अगर आप किसी ज्योतिषी वेशधारी गलत आदमी के कहे में आकर कर्म करना छोड़ दें तो अपनी असफलता के जिम्मेदार आप स्वयं हैं।


सावधान रहें - 


  • मनचाही वस्तु, लड़की, नौकरी ये सब खड़े-खड़े दिला देने का दावा करने वालों के पास अपने रिस्क पर जाएँ।
  • ज्योतिष या इससे जुड़ी किसी भी विधा तंत्र-मंत्र आदि का प्रयोग कभी अपनी किसी दुर्भावना को पूरा करने के लिए कदापि न करें अन्यथा आपको भारी हानि हो सकती है। 
  • घर में बिल्ली, उल्लू जैसे निरीह जीवों के आने से कोई डर या बेकार का वहम मत पालें। बतौर अंक ज्योतिषी मैं आपसे कहता हूँ कि ये सब जीव आपके लिए कोई भी अपशकुन नहीं होते हैं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें