सोमवार, 16 जुलाई 2018

भावी सवाल (लघुकथा)

चिक्कू आज फिर बिना साइनअप गपशप सुविधा देनेवाली एक साइटपर फेक अकाउंट बनाकर मस्ती कर रहा था कि तभी अचानक मुख्य स्क्रीनपर किसी "खूबसूरत लड़की" नाम के अकाउंट से लगातार संदेश आने लगे।

"फ्री बैठी हूँ, कोई जल्दी से फोन करो, नंबर है 92********"

वो चौंक पड़ा। ये नंबर तो उसकी दीदी सारिका का था। नहीं, सारिका ऐसी लड़की नहीं और कोई इस तरह खुद के नामपर रजिस्टर्ड नंबर कैसे दे सकता है? संभव ही नहीं कि इतनी भी बुद्धि न हो किसी में। सारिका के कमरे में झाँक के भी देख लिया। वह तो बैठी पढ़ाई कर रही थी। वो हड़बड़ा के उसे बताने उठा कि दीदी कोई बदमाश फेक
अकाउंट से तुम्हारा मोबाइल नंबर बेहद गंदे तरीके से बाँट रहा है लेकिन जड़वत हो गया। मन में सारिका का भावी सवाल कौंध गया था।

"चिक्कू, तुम उस साइट पर क्या कर रहे थे?"

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