बरवै छंद भी दोहा की तरह अर्धसम मात्रिक छंद होता है। जिसके चार चरण और दो पद होते हैं। प्रत्येक पद १९-१९ मात्राओं का होता है। चारों चरणों की बात करें तो प्रथम-तृतीय (विषम चरण) १२-१२ मात्राओं के होते हैं, और द्वितीय-चतुर्थ (सम चरण) ७-७ मात्राओं के होते हैं। इस प्रकार दोनों पदों की १९-१९ मात्राएँ हो जाती हैं।
इस छंद के आंतरिक मात्रा संयोजन में विषम चरणों की मात्रा बाँट ८+४ तथा सम चरणों में ४+३ होती है। दोनों पदों का अंत पताका (२१) से होता है। अच्छा रहेगा कि पदांत जगण (१२१) से किया जाए। अन्यथा तगण (२२१) से भी कर सकते हैं। मात्रा गणना के बारे में अगर आपको जानकारी नहीं है, तो इसी ब्लॉग पर आप मात्रा गणना से संबंधित पोस्ट पढ़ सकते हैं। ऊपर मेनू में "लेखन सीखें" पर क्लिक कर के विभिन्न विधाओं की जानकारी मिल जाएगी।
बरवै का उदाहरण देखिए -
टूटी-फूटी सड़कें, करें गुहार।
थोथे भाषण मत दे, हमें सुधार॥
बरवै छंद का वीडियो ट्यूटोरियल देखना चाहें तो देख सकते हैं। लगा रहा हूँ -
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